हरिद्वार
खुलासा: घर का भेदी ही निकला घटना का मास्टर माइंड, सगी मौसी के यहा ही कर डाली थी लाखो चोरी
ऋषभ चौहान हरिद्वार जिला सवांददाता

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(ऋषभ चौहान) हरिद्वार। ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र अंतगत आईडी०पी०एल के वसीम खान पुत्र स्व० मौ० तहसीन खान निवासी बी 1385 कोतवाली ऋषिकेश में प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि सुबह वह एंव उनकी पत्नी अपने-अपने कार्य के लिए अपने कार्यस्थल गये थे एंव दोपहर जब उनकी पत्नी घर वापस आयी तो जानकारी हुई कि अज्ञात चोरो द्वारा उनके घर की अलमारी में रखी नगदी व लाखो रुपयो के सोने के आभूषण चोरी कर लिये है। जिसके बाद पुलिस ने मुकादमा दर्ज कर लिया था। बताते चले कि पुलिस ने टीम गठित कर घटनास्थल के आसपास निजी घरो, प्रतिष्ठानो, दुकानो आदि के करीब 185 सीसीटीवी कैमरो का बारीकी से अवलोकन करते हुए अहम साक्ष्य संकलित किये व सीसीटीवी से प्राप्त वीडियो/फोटो को घटना के अनावरण हेतु नियुक्त पुलिस टीम एंव मुखबिरो में प्रसारित कर उचित दिशा निर्देश दिए। घटना के दिन से 01 माह पूर्व तक घटनास्थल के आसपास घूम रहे फड़, ठेली, रेहड़ी वालो के पूर्व इतिहास की जानकारी करते हुए गहन सत्यापन की कार्यवाही की गयी थी। पूर्व में चोरी की घटना में प्रकाश में आये चोरो की जानकारी कर उनकी हाल की गतिविधियो की जानकारी की गयी थी। सर्विलांस टीम के माध्यम से संदिग्ध नम्बरों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी थी। सीसीटीवी कैमरो से मिली फुटेज के आधार पर पुलिस टीम को घटना स्थल के पास एक संदिग्ध क्रेटा गाडी घूमती हुई दिखाई दी, जिसके सम्बन्ध में जानकारी हेतु पुलिस टीम द्वारा आने जाने वाले मार्गों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक करते हुए मुखबिर तत्रं को सक्रिय किया गया, इस दौरान मुखबिर द्वारा पुलिस टीम को सूचना दी गयी कि घटना में संलिप्त जिस सफेद क्रेटा कार व संदिग्ध व्यक्तियों को आप तलाश कर रहे हैं, वे बिलासपुर थाना दनकोर के रहने वाले हैं तथा चोरी किये गये सामान को बेचने के लिये मेरठ की तरफ जाते दिखाई दिये हैं, जिनके पास चोरी के रूपये व ज्वैलरी भी है। इस सूचना पर पुलिस टीम को तत्काल सम्बन्धित क्षेत्र को रवाना किया गया। पुलिस टीम को मेरठ बाईपास में बागपत फ्लाई ओवर से लगभग 200 मीटर आगे एक पेड़ के नीचे खड़ी एक संदिग्ध सफेद क्रेटा गाड़ी, जिसके पीछे यूपी-12 बीएल-4888 नम्बर की नम्बर प्लेट लगी थी, दिखाई दी। जिसमें सवार तीन व्यक्तियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा नाम: 01- इनाम खान 02- सोहेल खान तथा 03- समीर कुरैशी बताया। जिनकी तलाशी लेने पर तीनों व्यक्तियों के पास से आभूषण एंव नगद धनराशि बरामद हुई, जिसके सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त आभूषण व नकदी को ऋशिकेष आईडीपीएल क्षेत्र में एक घर से चोरी किया जाना काबुल किया गया। जिस पर चोरो को मौके से मेरठ बाईपास बागपत फ्लाईओवर के 200 मीटर आगे से गिरफ्तार किया गया। चोरो को समय से न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
गिरफ्तार हुए चोरो का नाम पता
1- इनाम खान पुत्र स्व० आबिद खान निवासी ग्राम बिलासपुर थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उ०प्र, उम्र 24 वर्ष (घटना का मास्टरमांइड)
2- सोहेल खान पुत्र निजाम खान निवासी ग्राम बिलासपुर थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उ०प्र, उम्र 27 वर्ष।
3- समीर कुरैशी पुत्र भोलू निवासी ग्राम बिलासपुर, थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उ०प्र, उम्र 18 वर्ष।
बरामदगी समान
1- रु० 3,40,000/- नगद (तीन लाख चालीस हजार रुपये)
2- पीली धातु के दो कड़े
3- पीली धातु का एक हार जिस पर झालर हैं।
4- पीली धातु के कान के दो झालरदार झुमके
5- एक मांग टीका
6- पीली धातु के दो चोड़े कडे
7- पीली धातु का एक गले का हार झालरदार
8- पीली धातु की एक पतली चेन
9- पीली धातु के कान के दो झालरदार टाप्स
10- कान के दो झालरदार झुमके
11- पीली धातु की एक गोल नथ
12- पीली धातु का गले का हार
13- पीली धातु के दो कान के कुण्डल
14- कार हुण्डई क्रेटा न0: यूपी-12-बीएल-4888
कैसे करी चोरी
पूछताछ में सोहेल खान द्वारा बताया गया कि वह इनाम का पुराना दोस्त है, तथा उसका बिलासपुर में ठेकेदारी का काम है। घटना में इस्तेमाल की गई गाड़ी हुण्डई क्रेटा न० यूपी-12-बीएल-4888 सोहेल ने तीन- चार महीने पहले बुलन्दशहर से खरीदी थी। इनाम ने सोहेल को बताया कि आईडीपीएल ऋषिकेश में उसकी खाला के बच्चे रहते है, जिनके पास काफी पैसा है और वह दोपहर मे घर को खाली छोडकर काम पर चले जाते है तथा घर की चाबी वही रखी रहती है, वह लोग आराम से चोरी कर सकते है, जिससे हमें काफी माल मिल सकता है। जिस पर सोहेल लालच में आ गया और चोरी की घटना को अंजाम देने के लिये अपने एक अन्य साथी समीर कुरैशी को साथ लेकर इनाम के साथ आईडीपीएल ऋषिकेश आया। ईनाम के बताये अनुसार इनाम और समीर एक गली में इनाम की खाला के घर म0नं0- 1385 में गये तथा घर के बाहर लगे कूलर से चाबी उठाकर मेन गेट खोलकर चोर घर के अन्दर चले गये, इनाम घर के बाहर मेन रोड पर खडा होकर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखते हुए फोन पर ही घर के अन्दर की जानकारी दे रहा था। ईनाम से बात करते हुए बैड व अलमारी खोलकर ज्वैलरी व पैसे चोरी कर लिये तथा घर के पीछे का दरवाजा खुला छोडकर घर के मेन गेट पर पुनः ताला लगाकर मुख्य हाईवे पर आ गये, जहा पहले से ही इनाम गाडी में अपने साथियों का इन्तेजार कर रहा था। फिर गाडी से मुख्य हाईवे से हरिद्वार होते हुए मंगलौर के रास्ते गंगनहर वाली पटरी से वापस चले गये। बिलासपुर मे चोरो को सभी पहचानते थे इसलिए चोरी के पैसो व ज्वैलरी का बटवारा कर ज्वैलरी को मेरठ बेचने जा रहे थे, कि तभी देहरादून पुलिस द्वारा चोरो को पकड लिया गया।