देहरादून

शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है कॉलेज में अनुशासन बनाए रखना: पुलिस कप्तान

राजेश कुमार देहरादून प्रभारी

हरिद्वार की गूंज (24*7)
(राजेश कुमार) देहरादून। थाना सेलाकुई अंतर्गत दून बिजनेस स्कूल में कल रात लगभग 150 से 200 छात्रों के दो छात्र गुटों के बीच एक विडियो वायरल होने के चलते कॉलेज परिसर में ही झडप हो गई जिसमे छात्रों द्वारा कॉलेज की संपत्ति में जमकर तोड़फोड़ व गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया। बलवे की सूचना पर कॉलेज पहुंची सेलाकुई पुलिस टीम द्वारा छात्र गुटों को समझाने का बहुत प्रयास किया गया किंतु उग्र छात्रों द्वारा पुलिस बल पर ही हमला करने का प्रयास किया गया। मामला काबू से बाहर होता देख अन्य थानों की फोर्स भी मौके पर पहुंची,जिसके बाद सभी छात्र हॉस्टल व अन्य जगह भाग गए। पुलिस बल द्वारा कल देर रात तक मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया था।
दून बिजनेस स्कूल के उक्त घटना के विषय में आज पुलिस कप्तान द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि कॉलेज प्रशासन ने बताया है कि कुछ समय पूर्व कॉलेज के द्वितीय v तृतिया वर्ष के छात्रों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था जिसके चलते कॉलेज प्रशासन द्वारा आंतरिक कमिटी बिठाकर उक्त झगड़े व रैगिंग के एक मामले की जांच की जा रही थी। इस दौरान कॉलेज में एक विडियो वायरल हो गया जिसके चलते छात्रउत्तेजित हो गए और कल देर रात छात्र आपस में भिड़ गए। पुलिस कप्तान ने बताया कि थानाध्यक्ष सेलाकुई द्वारा कल की घटना के बाद 150से 200 अज्ञात छात्रों के विरुद्ध बलवा करना,सरकारी कार्य में बाधा डालना, हमला करने की धाराओं में मुक़दमा पंजीकृत किया है।

उन्होंने बताया कि कॉलेज प्रशासन से पूछताछ के दौरान उनके संज्ञान में आया है कि कॉलेज में छात्रों के बीच हुई झड़प में शान्ति व्यवस्था व रैगिंग जैसे प्रतिबंधित अपराध घटित हुए किंतु उसके बावजूद कॉलेज प्रशासन द्वारा पुलिस को उसकी सूचना क्यों नहीं दी गई, उस संबंध में कॉलेज प्रशासन से जवाब तलब किया गया है। वहीं वीडियो के सम्बंध में उन्होंने बताया कि वीडियो से संबन्धित छात्र की पहचान की जा रही है,अगर कोई भी पीड़ित संज्ञान में आता है तो अभियुक्तों के खिलाफ़ कार्यवाही की जाएगी।
उन्होने कहा कि यह राजधानी में संचालित हो रहे सभी शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वह उनके संस्थानों में शांति व्यवस्था बनाए और अगर कोई भी कॉलेज के आंतरिक झगड़े व रैगिंग का मामला पुलिस के संज्ञान में आता है तो पुलिस निश्चित ही छात्रों की काउंसलिंग व पुलिस सुरक्षा प्रदान करने की ओर कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वह अपने कॉलेज में शांति व्यवस्था बनाएं रखें। उन्होंने कहा जल्द ही उनके द्वारा राजधानी के सभी कॉलेजों के प्रशासकों के साथ बैठक आयोजित कर कॉलेज में अनुशासन बनाए रखने की कॉलेज की जिम्मेदारी को लेकर बात की जायेगी।

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